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GST सुधार 2025: मिडिल क्लास को मिली इनकम टैक्स और GST राहत, जानें क्या सस्ता-महंगा होगा

Gst reforms

भारत की अर्थव्यवस्था में बड़े बदलाव की लहर चल रही है। 2025 में पहले बजट में मिडिल क्लास को इनकम टैक्स में राहत दी गई और अब GST सुधारों के जरिए आम आदमी की जेब को और हल्का करने की तैयारी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त 2025 को स्वतंत्रता दिवस के भाषण में GST रिफॉर्म्स को दिवाली गिफ्ट बताया था, और अब यह हकीकत बन चुका है। 4 सितंबर 2025 को GST काउंसिल की मीटिंग में दो स्लैब वाली नई व्यवस्था को मंजूरी मिल गई है। आइए जानते हैं इन बदलावों से क्या असर पड़ेगा, क्या सस्ता होगा, क्या महंगा, और शेयर बाजार में किन कंपनियों को फायदा मिलेगा।

GST सुधार क्यों जरूरी हो गए थे?

मिडिल क्लास पिछले कुछ समय से महंगाई और टैक्स बोझ से परेशान था। सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग हो रही थी, और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टिप्पणियों ने भी दबाव बढ़ाया। सरकार को लगता है कि कम GST से कंजम्पशन बढ़ेगा, जो GDP ग्रोथ को बूस्ट देगा। SBI रिसर्च के मुताबिक, इन बदलावों से 1.98 लाख करोड़ रुपये का कंजम्पशन बूस्ट मिल सकता है, जबकि राजस्व में 85,000 से 2 लाख करोड़ तक का नुकसान हो सकता है। लेकिन बढ़े हुए खर्च से इसकी भरपाई की उम्मीद है।

इससे पहले फरवरी 2025 के बजट में मिडिल क्लास को इनकम टैक्स राहत मिली थी। नए टैक्स रिजीम में 12 लाख रुपये तक की कमाई पर कोई टैक्स नहीं लगेगा (स्टैंडर्ड डिडक्शन सहित 12.75 लाख तक)। यह राहत 80,000 से 1 लाख रुपये तक की बचत देगी, जो कंजम्पशन को बढ़ाने में मदद करेगी। अब GST रिफॉर्म्स इस राहत को और मजबूत कर रहे हैं।

GST स्लैब में क्या बदलाव हो रहे हैं?

पहले GST में चार स्लैब थे: 5%, 12%, 18% और 28%। अब इन्हें दो मुख्य स्लैब में बदल दिया गया है – 5% और 18%। लग्जरी और सिन गुड्स (जैसे तंबाकू) के लिए स्पेशल 40% रेट होगा।

  • 99% आइटम्स जो 12% स्लैब में थे, अब 5% में शिफ्ट होंगे।
  • 90% आइटम्स जो 28% में थे, अब 18% में आएंगे।
  • केवल कुछ सिन गुड्स जैसे सिगरेट, तंबाकू और उसके प्रोडक्ट्स 40% में रहेंगे।

यह बदलाव 22 सितंबर 2025 से लागू होंगे।

GST सुधार से क्या-क्या सस्ता होगा?

नई व्यवस्था से रोजमर्रा की कई चीजें सस्ती हो जाएंगी, जो मिडिल क्लास के लिए बड़ी राहत है। यहां लिस्ट है:

FMCG प्रोडक्ट्स (12% से 5%):

  • मक्खन, कंडेंस्ड मिल्क, जैम, शहद
  • तेल और वसा (ऑयल्स ऐंड फैट्स)
  • चीनी, चॉकलेट, मिठाई
  • नूडल्स, नमकीन, मशरूम
  • मिल्क पाउडर, खजूर, नट्स
  • प्रोसेस्ड फूड, कन्फेक्शनरी

इंश्योरेंस:

  • लाइफ और हेल्थ इंश्योरेंस पर GST 18% से 0% हो सकता है (सरकार को 9,000 करोड़ का नुकसान)। कॉर्पोरेट हेल्थ और जनरल इंश्योरेंस पर कोई बदलाव नहीं।

इलेक्ट्रॉनिक्स (28% से 18%):

  • एयर कंडीशनर (AC)
  • LED/LCD टीवी
  • डिशवॉशर, वॉशिंग मशीन
  • रेफ्रिजरेटर

ऑटो सेक्टर:

  • टू-व्हीलर (28% से 18%)
  • कुछ कार्स (1200 CC से कम) 28% से 18%
  • ऑटो सेक्टर का GST में 14-15% योगदान, अब वॉल्यूम बढ़ने की उम्मीद।

होटल और एंटरटेनमेंट:

  • 7,500 रुपये तक के होटल रूम पर 12% से 5%
  • मूवी टिकट 12% से 5%
  • 5-स्टार होटल फूड 28% से 18%

अन्य:

  • सीमेंट और कंस्ट्रक्शन मटेरियल सस्ते होंगे।

क्या महंगा हो जाएगा?

कुछ लग्जरी और सिन गुड्स पर टैक्स बढ़ेगा:

  • सिन गुड्स (40% स्लैब): तंबाकू, सिगरेट और उसके प्रोडक्ट्स।
  • बाइक्स (350cc से ऊपर): रॉयल एनफील्ड क्लासिक, मिटियर, हंटर; होंडा H’ness CB350; KTM, हार्ले डेविडसन। पहले 28% + 3% सेस = 31%, अब 40%। 2 लाख की बाइक पर 18,000 रुपये एक्स्ट्रा टैक्स।
  • कार्स: 1200 CC से ज्यादा और 4000 mm लंबी कार्स पर पहले 28% GST + 22% सेस = 50%। अगर 40% हुआ तो सस्ती हो सकती हैं, लेकिन सेस हटने पर निर्भर।
  • अल्ट्रा लग्जरी आइटम्स: महंगी वॉचेस, शूज, हैंडबैग्स पर सिन टैक्स की संभावना।

सरकार राजस्व नहीं छोड़ सकती, इसलिए सेस 2026 तक जारी रह सकता है।

कम टैक्स से किन कंपनियों को फायदा? स्टॉक्स में उछाल की उम्मीद

GST रिफॉर्म्स से कई सेक्टर्स की कंपनियां मजबूत होंगी। ब्रोकरेज हाउस जैसे नोमुरा, गोल्डमैन सैक्स, जेफरीज ने टॉप पिक्स बताए हैं:

FMCG सेक्टर (मैक्सिमम बेनिफिशियरी):

  • टियर 1: ब्रिटानिया (80% पोर्टफोलियो 12% से 5%), नेस्ले (30-33% रेवेन्यू नूडल्स से), HUL (साबुन, डिटर्जेंट 18% से 5%)।
  • टियर 2: मारिको (हेयर ऑयल), टाटा कंज्यूमर (टी, कॉफी), कोलगेट (टूथपेस्ट)।

ऑटोमोबाइल सेक्टर:

  • हीरो मोटोकॉर्प (79% मार्केट शेयर एंट्री-लेवल टू-व्हीलर में)।
  • TVS मोटर (25% स्कूटर शेयर)।
  • मारुति सुजुकी (स्मॉल कार्स में डोमिनेंट)।
  • टाटा मोटर्स, महिंद्रा & महिंद्रा (ट्रैक्टर्स 12% से 5%)।

टेक्सटाइल्स और फुटवेयर:

  • बाटा इंडिया (60% सेल्स 2,500 रुपये से कम)।
  • ट्रेंट (80% रेवेन्यू वेस्टसाइड, जूडियो से)।
  • पेज इंडस्ट्रीज (40% आउटरवेयर)।

होटल इंडस्ट्री:

  • लेमन ट्री होटल्स, इंडियन होटल्स (ताज), चैलेट होटल्स, ITC होटल्स।

एंटरटेनमेंट:

  • PVR INOX (टिकट प्राइस रिडक्शन से)।

ब्रोकरेज रेकमेंडेशंस: नोमुरा – मारिको, टाटा कंज्यूमर, ब्रिटानिया; गोल्डमैन सैक्स – नेस्ले, एमामी, डाबर, बाटा।

कब से लागू होंगे बदलाव और स्टॉक्स कब बढ़ेंगे?

नई GST रेट्स 22 सितंबर 2025 से प्रभावी होंगी। स्टॉक्स में उछाल मीटिंग के ऐलान के बाद ही शुरू हो गया है, लेकिन असली ग्रोथ वॉल्यूम बढ़ने पर दिखेगी। इन्वेस्टर्स को ब्रोकरेज रिपोर्ट्स फॉलो करें।

निष्कर्ष: मिडिल क्लास के लिए डबल राहत

2025 मिडिल क्लास के लिए राहत का साल साबित हो रहा है। पहले इनकम टैक्स में छूट, अब GST में कटौती से खर्च घटेगा और बचत बढ़ेगी। पीएम मोदी ने इसे आम आदमी, किसान, MSME और मिडिल क्लास के लिए बड़ा कदम बताया है। अगर आप टैक्स प्लानिंग या इन्वेस्टमेंट कर रहे हैं, तो एक्सपर्ट से सलाह लें। क्या आपको लगता है ये बदलाव अर्थव्यवस्था को बूस्ट देंगे? कमेंट में बताएं!

(नोट: यह जानकारी उपलब्ध स्रोतों पर आधारित है। टैक्स नियम बदल सकते हैं, इसलिए आधिकारिक वेबसाइट चेक करें।)

GST सुधार 2025: 5 सबसे आम सवाल और उनके जवाब

GST सुधार 2025 में क्या बदलाव हो रहे हैं?

GST के चार स्लैब (5%, 12%, 18%, 28%) को घटाकर दो मुख्य स्लैब (5% और 18%) कर दिया गया है। लग्जरी और सिन गुड्स (जैसे तंबाकू, सिगरेट) के लिए 40% का स्पेशल रेट होगा। 99% आइटम्स जो 12% स्लैब में थे, अब 5% में, और 90% आइटम्स जो 28% में थे, अब 18% में शिफ्ट होंगे। ये बदलाव 22 सितंबर 2025 से लागू होंगे।

GST सुधार से क्या-क्या सस्ता होगा?

FMCG (मक्खन, नूडल्स, चॉकलेट), इलेक्ट्रॉनिक्स (AC, LED TV, वॉशिंग मशीन), टू-व्हीलर, कुछ कार्स (1200 CC से कम), होटल (7,500 रुपये तक के रूम), मूवी टिकट, और सीमेंट जैसे कंस्ट्रक्शन मटेरियल सस्ते होंगे। लाइफ और हेल्थ इंश्योरेंस पर GST 18% से 0% हो सकता है।

GST सुधार से क्या महंगा होगा?

सिन गुड्स जैसे तंबाकू, सिगरेट, और 350cc से ऊपर की बाइक्स (रॉयल एनफील्ड, KTM) पर टैक्स 31% से बढ़कर 40% होगा। 1200 CC से ज्यादा और 4000 mm लंबी कार्स सस्ती हो सकती हैं, लेकिन अगर सेस बना रहा तो टैक्स में कमी सीमित रहेगी। महंगी वॉचेस, शूज, और हैंडबैग्स पर भी सिन टैक्स लग सकता है।

GST सुधार से किन कंपनियों को फायदा होगा?

FMCG में ब्रिटानिया, नेस्ले, HUL, मारिको; ऑटो सेक्टर में हीरो मोटोकॉर्प, मारुति सुजुकी, TVS मोटर; टेक्सटाइल्स में बाटा, ट्रेंट; और होटल्स में लेमन ट्री, इंडियन होटल्स को फायदा होगा। PVR INOX जैसे सिनेमाघरों को भी टिकट सस्ता होने से वॉल्यूम बढ़ेगा। ब्रोकरेज हाउस जैसे नोमुरा और गोल्डमैन सैक्स ने इन्हें टॉप पिक्स बताया है।

GST सुधार से सरकार को कितना नुकसान होगा?

SBI रिसर्च के अनुसार, सरकार को 85,000 करोड़ रुपये का राजस्व नुकसान हो सकता है, जबकि राज्य 2 लाख करोड़ तक का अनुमान लगा रहे हैं। हालांकि, बढ़े हुए कंजम्पशन से 1.98 लाख करोड़ का बूस्ट मिलने की उम्मीद है, जो इस नुकसान की भरपाई कर सकता है।

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